सनातन देश, भारत 
               सनातन = जिसका आदी-अंत नहीं,                                                                                               जो अजन्मा - अविनासी है,                                                                                                        जो सदैव ( वर्त्तमान ) है,                                                                                   जो सम्पूर्ण अस्तित्व का कारण है,                                                                                       जो पूर्ण है और सम्पूर्ण को धारण करने के करण एक मात्र वही धर्म है.                                  { धर्म = धारण करने वाले का मर्म, ( ध = धारण करने वाला, मर्म = ज्ञान) }
अर्थात जो सनातन है,                                                                                                वही परम पिता परमात्मा है, ईश्वर  है.
                                                                                                                           उस परम पिता परमात्मा, ईश्वर का देश,भारत = सनातन देश, भारत
उस परमपिता परमात्मा, ईश्वर की  संस्कृती-                =सनातन संस्कृति.                                              = भारतीय संस्कृती
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आपका -स्वामी श्री जी 
प्रवर्तक :नटराजक्रिया योग                                      (सभी योगो से अनूठा ,नया ,दिव्य, योग )
 
